ॐ आञ्जनेयाय विद्महे वायुपुत्राय धीमहि। हं हं हं अट्टहासं सुरवरनिलयं ऊर्ध्वरोमं करालं ओम गुरुजी को आदेश गुरजी को प्रणाम, धरती माता धरती पिता, धरती धरे ना धीरबाजे श्रींगी बाजे तुरतुरि आया गोरखनाथमीन का पुत् मुंज का छड़ा लोहे का कड़ा हमारी पीठ पीछे यति हनुमंत खड़ा, शब्द सांचा पिंड https://watervashikaranmantrabest84050.blogdigy.com/about-hanuman-shabar-mantra-48489924