भीम रूप धरि असुर संहारे। रामचन्द्र के काज संवारे।। शिव चालीसा का पाठ करने से आपके कार्य पूरे होते है और मनोवांछित वर प्राप्त होता हैं। प्रभु मुद्रिका मेलि मुख माहीं। जलधि लांघि गये अचरज नाहीं।। स्वामी एक है आस तुम्हारी । आय हरहु अब संकट भारी ॥ निश्चय शिव https://shivchalisalyricsinmarath77944.wikigiogio.com/940326/rumored_buzz_on_shiv_chalisa_lyrics_in_hindi